हिंदुस्तान बचाओ जान,सांसत में जनता सारी है,
हुए आजाद की बुलाये आफत,सबको अब लाचारी है,
चुन-चुन के मारे जाते हैं जो आवाज उठाते हैं,
भ्रस्टाचारी से सन्यासी तक,सबको खाने की बीमारी है!!!
हुए आजाद की बुलाये आफत,सबको अब लाचारी है,
चुन-चुन के मारे जाते हैं जो आवाज उठाते हैं,
भ्रस्टाचारी से सन्यासी तक,सबको खाने की बीमारी है!!!
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